नमस्ते दोस्तों क्या आप जानते हैं कि अब उत्तराखंड की निर्धन, असहाय और अनाथ छात्राओं के लिए एक शानदार योजना शुरू की गई है? जी हां, उत्तराखंड सरकार ने Nanda Sunanda Yojana की शुरुआत की है, जिसके तहत इन बेटियों को निशुल्क स्नातक और कौशल शिक्षा प्रदान की जाएगी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन छात्राओं को शिक्षा के अवसर देना है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, ताकि वे अपने भविष्य को संवार सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।
कैसे काम करेगी Nanda Sunanda Yojana?
Nanda Sunanda Yojana का मुख्य उद्देश्य यह है कि छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाए। चयनित छात्राओं के लिए उनके शिक्षण संस्थान के खाते में धनराशि जमा की जाएगी, जिससे वे अपनी पढ़ाई बिना किसी परेशानी के जारी रख सकें। यह धनराशि सीधे शिक्षण संस्थान के खाते में डाली जाएगी और हर सप्ताह नए आवेदन के आधार पर चयन की प्रक्रिया की जाएगी। इसके तहत, प्रशासन द्वारा बहुविषयक समिति का गठन किया गया है जो इस प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष रूप से लागू करेगी।
योजना से हो रही मदद
Nanda Sunanda Yojana के अंतर्गत, जिन छात्राओं का चयन होता है, उन्हें उनके शिक्षा संस्थान के लिए धनराशि प्रदान की जाती है। उदाहरण के तौर पर, 1, 2, और 3 किलोवाट सिस्टम के लिए क्रमशः 28,975 रुपये से लेकर 58,000 रुपये तक की मदद दी जा रही है। इससे छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ आत्मनिर्भर बनने में मदद मिल रही है।
आवेदन प्रक्रिया और चयन
इस Nanda Sunanda Yojana के तहत आवेदन करने के लिए, छात्राओं को सबसे पहले संबंधित अधिकारियों द्वारा किए गए सर्वे में भाग लेना होगा। इसके बाद, जनत दरबार और बहुद्देशीय शिविरों के माध्यम से उनका चयन किया जाएगा। जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि योजना का लाभ सही लोगों तक पहुंचे।
डिस्क्लेमर: इस Nanda Sunanda Yojana के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए कृपया संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें और पूरी प्रक्रिया को समझें।
Also read:
Maiya Samman Yojana: सरकार ने दी खुशखबरी, जनवरी-फरवरी की किस्त जल्द खाते में
Free Sauchalay Yojana: गांवों में शौचालय निर्माण के लिए सरकार दे रही ₹12,000, जानें पूरी प्रक्रिया